इंटरनेट की खोज किसने की? Internet ki khoj kisne ki?

0

जरा सोचिए कि वो समय कैसा होगा जब न कोई मोबाइल फ़ोन था और न कोई अन्य मनोरंजन का संसाधन। आज से कई शताब्दी पूर्व मानव एक जानवर की तरह जीवन यापन करता था। और वो ज़्यादातर जंगलो में ही रह करता था। धीरे धीरे मानव ने ढलना शरू किया और पहिये की खोज से लेकर आग का अविष्कार किया। परंतु इस सबसे कुछ अलग नही हुआ। काफी समय बीतने के बाद मानव ने संसाधनों को बढ़ाना शरू किया और नई तकनीकी की खोज करनी शरू की।




ओर इसका नतीजा यह हैं कि आज हम जिस डिवाइस से ये आर्टिकल पढ़ रहे हैं। या जिस भी किसी माध्यम से लिख रहे हैं उसमें कहि न कही इंटरनेट का अहम योगदान हैं। परंतु क्या कभी हमने विचार किया हैं कि इस अनोखे अविष्कार के पीछे किसकी कहानी हैं।

आज के इस आर्टिकल के माध्यम से हम यही चर्चा करेंगे कि वास्तव में इंटरनेट की खोज किसने की ओर कब की। अपने दैनिक जीवन मे हम जितने भी नवीन संसाधनों का उयोग करते हैं व जो भी सोशल मीडिया एप्लीकेशन को रन करते हैं वो अब इंटरनेट के माध्यम से कार्य करती हैं। तो बिना देरी किये शरू करते हैं आज के इस आर्टिकल को जिसमे हम आपको इंटरनेट से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारी से अवगत कराने की कोशिश करेंगे।

इंटरनेट की खोज किसने ओर कब की?

इंटरनेट एक ऐसी प्रमुख पदत्ति हैं जिसके ऊपर आज सम्पूर्ण संसार का डेटा आधारित हैं। तो इसके निर्माण में किसी एक विशेष वैज्ञानिक का संघर्ष नही हैं। इंटरनेट सिस्टम को कार्यरत करने के लिए बड़े बड़े वेज्ञानिको का परिश्रम रहा हैं। और इसको चलन में लाने के लिए कितने सालो तक शोध व रिसर्च चली हैं।

इंटरनेट की खोज के पीछे जिन दो प्रमुख वेज्ञानिको को जाना जाता हैं उनका नाम हैं


  • Bob Kahn
  • Vintor Cerf

अगर बात करे कि सर्वप्रथम इंटरनेट का संचालन कोनसे सन में हुआ था। तो इंटरनेट को 1969 में डिपार्टमेंट ऑफ डिफेंस के द्वारा स्वचालित किया गया।

स्टैनफोर्ड अनुसंधान कंप्यूटर्स के नेटवर्किंग द्वारा इंटरनेट को सूचना का माध्यम बनाकर प्रयोग में लाया गया।

इंटरनेट की संरचना का प्रथम बिंदु क्या हैं?

जैसा कि हमने ऊपर वर्णन किया हैं कि इंटरनेट का निर्माण सर्वप्रथम 1960 में अमेरिका में हुआ। इसके कुछ वर्ष बाद एक रिपोर्ट के अनुसार जो कि 1968 में जारी की गई। A Study of Computer Network Design Parameters जिसके अंतर्गत इंटरनेट इंटरफ़ेस को लेकर कुछ महत्वपूर्ण जानकारी का उल्लेख दिया गया था।

इसके अलावा इंटरनेट को पूर्ण रूप से स्वचालित करने के बाद 1970 मे जानता के समक्ष लाया गया। सर्वप्रथम इंटरनेट की खोज व आविष्कार के बारे मे california university की एक प्रेस कान्फ्रन्स मे पारित किया गया।

इंटरनेट की मदद से आज हम कुछ भी चंद मिनटों मे सर्च करते हैं, या जिसकी मदद से किसी भी जानकारी को बड़ी ही सरलता से प्राप्त करते हैं वो केवल इंटरनेट की ही देन हैं। इंटरनेट का जाल इतना विस्तारित रूप से फेला हुआ हैं कि आज बड़ी से बड़ी टेलीकॉम कॉम्पनीय इसके बढ़ते क्रम को आगे लाने मे दिन रात प्रयाश कर रही हैं।

आज इंटरनेट विश्व के हर कोने मे उपस्थित हैं वो चाहे वायर के रूप मे हो, तरंगों या ऑप्टिकल फ़ाइबर के रूप मे क्या नहीं।


इंटरनेट का विश्व की प्रगति मे क्या योगदान हैं?n

इंटरनेट की खोज कोई साधारण खोज में नही गिनी जाती। इंटरनेट का माध्यम इतना बड़ा हैं कि अगर यह नेटवर्क कुछ मिनटों के लिए बाधित हो जाये तो मानो कितने बड़े organisation एक बड़ी रकम का प्रोडक्शन खो दी।

IT फर्म से लेकर बड़ी बड़ी सरकारी एजेंसियों की निगरानी व महत्वपूर्ण डेटा सब कंप्यूटर्स में रिकॉर्ड हैं और इस डेटा मैनेजमेंट को सुरक्षित रखने के लिए इंटरनेट इंटरफेस की जरुरत होती हैं।

इसके अलावा आज के इस बढ़ते नवीनकरण में एक जहां बडी से बड़ी सोशल मीडिया आप्लिकेशन का जल बिछा हुआ हैं वो केवल इंटरनेट पदत्ति पर ही कार्य करता हैं।

अथार्त हम कह सकते हैं कि बैंकिंग क्षेत्र से लेकर हर एक छोटी से छोटी जानकारी का स्रोत इंटरनेट से जुड़ा हुआ हैं।


इंटरनेट के बढ़ते प्रयोग को देखते हुए विभिन साइबर ऐजेंसी का गठन भी कार्य करता हैं। जो किसी भी देश के सर्वर पर निगरानी रखते हुए उसे सही दिशा में कार्य करने के लिए प्रेरित करता हैं। परंतु इसके अलावा इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी को बढ़ते हुए देख कर इसमे दिन पर दिन नए नए चंगेज़ आ रहे हैं। इसीलिए इन्टरनेट को एक क्रांति का प्रतीक माना जाता हैं।

तो आज के इस आर्टिकल के माध्यम से हमने जाना कि इंटरनेट का अविष्कार किसने ओर कब किया। इंटरनेट की खोज के पीछे जिन प्रमुख वेज्ञानिको का सहयोग रहा उन्हें इंटरनेट जगत में एक विशेष दर्जे से देखा जाता हैं। हालांकि, इंटरनेट की खोज में कितने वर्ष लगे परंतु इसके आने के बाद सम्पूर्ण विश्व का दृष्टिकोण पूर्ण रूप से बदल गया। आशा करते हैं आज के इस आर्टिकल के माध्यम से आपको इंटरनेट से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई होगी।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें (0)

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Learn More
Accept !
To Top