अध्यन का क्षेत्र इतने विस्तार से फैला हुआ हैं जिसके वर्णन हेतु न जाने कितने लम्बे समय की आवश्यकता होगी। 12वी कक्षा पार करने के पश्चात जब विद्यार्थी अपनी आगे की अध्यन प्रणाली के विषय मे विचार विमर्श या चिंतन करता हैं, तो उसके समक्ष अनेको विकल्प होते हैं। ऐसे समय मे सही विकल्प का चुनाव ही भविष्य के निर्माण के लिए मदद गार होता हैं। आज के इस आर्टिकल में हम ऐसे ही एक स्नातक डिग्री के बारे में जानकारी देंगे जिसकी सहायता से विद्यार्थी अपना भविष्य लॉ में बना सकते हैं।
जी हाँ, हम बात करेंगे LLB के बारे में। LLB क्या हैं व इसका पूरा नाम क्या होता हैं। तो समय को व्यर्थ न करते हुए शरू करते हैं आज के इस आर्टिकल को।
LLB की फुल्लफॉर्म क्या होती हैं?
LLB जो की एक अंडर ग्रेजुएट स्नातक डिग्री हैं इसका पूरा नाम- Bachelor of Legislative Law हैं। इस पाठ्यक्रम के अनुरूप कानून व्यवस्था के बारे में समूर्ण जानकारी विस्तार रूप में प्रदान की जाती हैं। जो विद्यार्थी 12वी के बाद वकालत करने में रुचि रखते हैं उनके लिए LLB प्रथम सीडी हैं। इसके अलावा LLB को Bachelor Of Law से भी जाना चाहता हैं। और Law स्ट्रीम की सबसे प्रमुख डिग्री में से एक हैं। अंडर ग्रेजुएट स्नातक करने के लिए बहुत से विकल्प हैं जो ग्रेजुएट का दर्जा देते हैं। परंतु प्रत्येक डिग्री की अपनी एक विशेषता होती हैं।
Latin भाषा से लिये गए इस शब्द का मुख्य नाम Legum Baccalaureus हैं।
LLB क्या हैं इससे भविष्य में क्या विकल्प हैं?
जैसे की हम ऊपर वर्णन कर चुके हैं कि LLB स्नातक अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रम के अंतर्गत आता हैं। तथा इसके अनुरूप कैरियर बनाने के अनेक ऑप्शन हैं। जिन विद्यार्थियों की शरुआत से रुचि कानूनी नियमो को जानना व उसके अनुरूप भविष्य का निर्माण करनी की होती हैं उनके लिए LLB स्नातक डिग्री का चयन करना सबसे सर्वोत्तम विकल्प हैं। LLB पास आउट के लिए एक स्पेशल एग्जाम होता हैं जिसे CLAT के नाम से जाना जाता हैं Common Law admission Test, इस टेस्ट के अंतर्गत कैंडिडेट को लॉ की तैयारी करनी होती हैं, जिसे क्लियर करने बाद वकालत आरम्भ होती हैं। हालांकि, प्रत्येक वर्ष कुछ ही विद्यार्थी LLB का चयन करते हैं और इसके लिए सर्वोत्तम कॉलेज चुनते हैं।
आज के इस समय मे एक जहाँ स्नातक करने के ढेरों विकल्प हैं वही दूसरी तरफ engineering का भी स्कोप चल रहा हैं। परंतु LLB की मान्यताओं को ध्यान में रखते हुए इसका अपना अलग प्रचलन हैं। सम्पूर्ण भारत में न्याय व्यवस्था को लेकर एक अलग तरह का मापदंड हैं और इस पथ पर अग्रसर होने के लिए LLB से शरुआत करना ही सबसे बेहतर विकल्प हैं।
LLB के लिए क्या योगयता होनी चाहिए?
LLB में दाखिला पाने के लिए विद्यार्थियों को समान रूप से वही बिंदु को फॉलो करना होगा, जो अंडर ग्रेजुएट अन्य स्नातक डिग्री में एडमिशन के लिए किया जाता हैं। LLB में एडमिशन हेतु प्रमुख बिंदु कुछ इस प्रकार नीचे दिए गए हैं।
विद्यार्थी के कक्षा 12वी में न्यूतम 50% अंक होने अनिवार्य हैं।
यूनिवर्सिटी व कॉलेज की ऑफिसियल वेबसाइट से छात्र का रजिस्ट्रेशन नंबर अनिवार्य हैं।
कक्षा 12वी व 10वी की मार्कशीट की प्रीतिलिपि साथ मे attach होनी अनिवार्य हैं।
इसके अलावा यूनिवर्सिटी के द्वारा की गई कौंसिल या मेरिट में आये नाम से भी प्रवेश लिया जा सकता हैं।
LLB करने के प्रमुख दो बिंदु हैं जिसके अंतर्गत एक पाठ्यक्रम को तीन वर्षों की अवधि में किया जा सकता हैं वही दूसरी ओर पाँच वर्षों में।
5 वर्ष की अवधि के पाठ्यक्रम में 3+2 के अनुपात होता हैं जिसके तहत 3 वर्ष की BA व 2 वर्ष की LLB की समय सीमा होती हैं। आगे जाकर छात्र अपने अध्यन को मास्टर डिग्री के रूप में भी कर सकते हैं उसके लिए यूनिवर्सिटी के अलग प्राविधान व नियम हैं।
LLB में विषयो की सूची किस प्रकार होती हैं?
LLB में विषयो की बात करे तो इसके अंतर्गत अनेको कानूनी विषयो का विभाजन हुआ हैं जिसमे छात्र को कानूनी अध्यन के अंतर्गत सम्पूर्ण ज्ञान मिलता हैं। भारतीय संविधान से लेकर भारत के कानूनी तथ्य में जितनी भी धारा हैं उनके क्या नियम व वो किस पर लागू होंगी। इन सभी मापन प्रणाली का विस्तारित अध्यन मिलता हैं।
LLB पाठ्यक्रम के अंतर्गत कुछ प्रमुख विषय इस प्रकार हैं।
- संवैधानिक कानून व्यवस्था
- व्यवसायिक नैतिकता
- साक्ष्य कानून नियम
- पारिवारिक कानून प्रथम
- पारिवारिक कानून द्वितीय
- मानव अधिकार व अंतरराष्ट्रीय कानून व्यवस्था
- प्रसासनिक कानून व्यवस्था
ये कुछ महत्वपूर्ण विषय हैं जो पाठ्यक्रम के अंतर्गत आते हैं। LLB स्नातक की अपनी एक विशेष भूमिका यह भी मानी जाती हैं, कि इसके अंतर्गत अध्यन करने वाले छात्र को सामाजिक ज्ञान, व्यभिचार का सम्पूर्ण ज्ञान मिलता हैं जो अन्य किसी अध्यन प्रणाली में नही मिलता हैं।
तो आज के इस आर्टिकल के माध्यम से हमने जाना कि LLB की फूल फोम क्या होती हैं व इससे क्या कैरियर की दिशा में क्या लाभ हैं।