शिक्षा एक ऐसा माध्यम हैं जिसके फलस्वरूप व्यक्ति अपने अध्यन स्तर के साथ साथ अपनी आनी वाली कई पीढ़ियों तक के भविष्य का निर्माण कर सकता हैं। एक समय था, जब व्यक्ति किसी प्रसासनिक अधिकारी से बात करने या उसके समक्ष विचार प्रस्तुत करने में घबराया करते थे। कारण केवल शिक्षा की कमी थी। परंतु आज के वर्तमान समय मे शिक्षा का स्तर इतना बढ़ गया हैं कि अध्यन प्रणाली, विद्यालय व कॉलेजों की भर मार हैं।
प्रत्येक वर्ष लाखो की संख्या में विद्यार्थी 12वी पास कर आगे की ओर बढ़ते हैं। कुछ छात्र engineering की तरफ कुछ मेडिकल profession व सरकारी संस्थानों में रोजगार पाने हेतु आगे बढ़ते हैं। आज के इस आर्टिकल के माध्यम से हम भारत की सर्वश्रेष्ठ माने जानी वाली सिविल सर्विसेज के एग्जाम के बारे में वार्तालाप करेंगे।जी हाँ, हम बात करेंगे IAS के बारे में। ऐसा कोई ही विधार्थी या व्यक्ति होगा जो IAS का एग्जाम दे सीविल सेवा में शामिल न होना चाहता हो। तो बिना समय व्यर्थ करते हुए शरू करते हैं आज के जस आर्टिकल को।
IAS की फुल्लफॉर्म क्या होता हैं?
IAS जो सिविल सर्विस परीक्षा का सबसे महत्वपूर्ण व प्रसिद्ध एग्जाम हैं इसका पूरा नाम Indian Administrative Services हैं जिसे हिंदी में भारतीय प्रसासनिक सेवा के नाम से जाना जाता हैं। यह एग्जाम UPSC के अंतर्गत होता हैं जिसमे अभ्यर्थी को विशेषरूप से कई स्तरीय की परीक्षा के लिए पास होना अनिवार्य होता हैं। IAS के अंतर्गत आने वाले sub-divisions में से एक IPS भी होता हैं जिसे Indian Police Service के नाम से जाना जाता हैं।
IAS का एग्जाम अपने आप मे ही एक बहुत बड़े स्तर का एग्जाम होता हैं जिसके लिए हर वर्ष लगभग 5 लाख से ज्यादा अभ्यर्थी आवेदन करते हैं। परंतु इसकी रिक्तियों को देखते हुए मात्र 1000 के आस पास ही कैंडिडेट चयनित किये जाते हैं। IAS के अंतर्गत प्राप्त होने वाले पद की श्रेष्ठा का अनुमान व आंकलन करना एक बड़ा विषय हैं।
सिविल सर्विसेज के अनुरूप प्राप्त हुए पद व प्रतिष्ठा का योग अपने आप ही एक बहुत गौरव की बात हैं।
IAS के अंतर्गत कोन-कोन से पद आते हैं?
IAS एग्जाम क्लियर करने के बाद कोई सामान्य पदो पर नियुक्त नही किया जाता। इसके अंतर्गत वे पद आते हैं जिन्हें पाने के लिए कड़ी मेहनत व लग्न की आवश्यकता होती हैं। भारतीय प्रसासनिक सेवा के अंतर्गत मिलने वाले कुछ निम्न पदों की सूची इस प्रकार हैं।
DM- District Magistrate
SDM-Sub-Divisional Magistrate
District Collector
Indian Police Service
जिन विद्यार्थियों की रुचि शरुआत से ही सिविल सर्विसेज के एग्जाम देने की होती हैं उनको पाठ्यक्रम में इस तरह की पकड़ बनानी होती हैं जिसके मात्र वो आने वाली सभी परीक्षा को बेहतर तरिके से समझ अपना श्रेष्ठतम योगदान दे सके।
IAS के लिए क्या qualification होनी अनिवार्य हैं?
भारतीय प्रसासनिक सेवा के लिए qualification का criteria व आयु सीमा अन्य exams से भिन्न हैं इसके अंतर्गत आने वाली योगयता का वर्णन नीचे दिया गया हैं।
- अभ्यर्थी का वैध यूनिवर्सिटी से स्नातक होना अनिवार्य हैं।
- अभ्यर्थी की आयु न्यूतम 21 वर्ष होनी अनिवार्य हैं इसके अलावा जो विद्यार्थी अपनी स्नातक पाठ्यक्रम के अंतिम वर्ष में हैं वो भी सिविल की परीक्षा के लिए आवेदन कर सकता हैं।
- दूसरी ओर जाति के अनुसार आयु सीमा निर्धारित की गई हैं।
- सामान्य जाती के लिए आयु सीमा 32 वर्ष व OBC के लिए 35 तथा SC के लिए अलग प्रकार से छूट होती हैं
- SC के अंतर्गत आने वाले अभ्यर्थी के लिए 37 वर्ष की समय सीमा होती हैं।
भारतीय प्रसासनिक सेवा का किस रूप में योगदान हैं?
IAS एग्जाम का UPSC के अंतर्गत होनी वाली परीक्षा में सबसे बेहतर माना जाता हैं। इसीलिए IAS को सबसे अव्वल दर्जा प्राप्त हैं। एक IAS अधिकारी का कर्तव्य इतना कठिन होता हैं कि उसे एक समय मे विभिन परिस्थितियों को को सुलझाकर एक विशेष निर्णय लेना होता हैं। इसीलिए इसकी परीक्षा के अंतर्गत कई खण्ड होते हैं और प्रत्येक खण्ड में पास होना अनिवार्य होता हैं IAS सम्पूर्ण परीक्षा का कुल योग 2025 अंको को होता हैं जिसके अंतर्गत डिस्क्रिप्टिव व इंटरव्यू एग्जाम अलग अलग पदत्ति में होते हैं।
इंटरव्यू के माध्यम से अभ्यर्थी की स्मृति व मनोवैज्ञानिक दृष्टिकोण को परखा जाता हैं।
इंटरवियू में पूछे गए प्रसन्न सामान्य घटनाओ पर ही आधारित होते हैं परंतु उनके अंदर ऐसी सम व विषम परिस्थिति बनाकर प्रस्तुत की जाती हैं जिनको सुलझाकर बताने में अभ्यर्थी के पूर्ण ज्ञान का अनुमान लगाना सरल हो जाता हैं।
5 से 6 लाख आवेदन के बाद हज़ारों में नियुक्ति करना इतना सरल नही होता, इसीलिए IAS के पाठ्यक्रम को इतना कठिन बनाया गया हैं।
हालांकि, आज के इस युग मे विभिन स्तर के प्लेटफार्म IAS की तैयारी करा रहे हैं और इसके चलते online माध्यम से भी अनेको चैनल उपलब्ध हैं।
तो आज के इस आर्टिकल के माध्यम से हमने जाना कि IAS की क्या फुल्लफॉर्म होती हैं व इसका किस प्रकार से सिविल सर्विसेज सेवा में अपना अलग स्थान हैं।