शिक्षा का क्षेत्र इतना बड़ा हैं कि इसके अनुरूप कोई भी विद्यार्थी या व्यक्ति अपने भविष्य की राह को उजागर कर सकता हैं। एक समय था, जब अध्यन के लिए उचित मार्गदर्शन करने वाले माध्यम नही थे। शिक्षा प्रणाली इतनी मजबूत नही थी। परंतु आज स्थिति इतनी बेहतर हैं कि एक विद्यार्थी सटीक पाठ्यक्रम का चुनाव कर अपने उपयुक्त कैरियर की राह को प्रारम्भ कर सकता हैं। 12वी पास आउट विद्यार्थी के समक्ष अनेको विकल्प होते हैं अथार्त कोनसा विकल्प सही रहेगा या किसमे बेहतर भविष्य हैं ये विद्यार्थी की सोच पर निर्भर करता हैं।
आज के इस आर्टिकल के माध्यम से हम ऐसे ही एक विशेष बिज़नेस पाठ्यक्रम के बारे में चर्चा करेंगे, जिसमे कैरियर के ऑप्शन के साथ साथ आत्मसाक्षात्कार के भी विषय उपलब्ध हैं। जी हाँ, आज हम बात करेंगे अंडर ग्रेजुएट स्नातक डिग्री BBA के बारे मे। आज के वर्तमान समय मे स्नातक करने के किये ढेरो विकल्प हैं परंतु प्रत्येक पाठ्यक्रम की अपनी एक विशेषता हैं BBA का अपना अलग वर्चस्व हैं जिसकी सम्पूर्ण जानकारी देने के लिए हम आज अपना प्रत्येक सफल प्रयाश करेंगे। जो बिना देरी किये शरू करते हैं आज के इस आर्टिकल को।
BBA का क्या फुल्लफॉर्म हैं?
BBA एक स्नातक डिग्री पाठ्यक्रम हैं जिसका पूरा नाम व्यवसायिक प्रबन्धन में स्नातक हैं। अथार्त अंग्रेज़ी भाषा मे इसे Bachelor of Business Administration कहाँ जाता हैं। BBA पाठ्यक्रम विशेषतौर ओर व्यवसायिक उद्धेश्य को मजबूत बनाने व इसमे महारत हासिल करने के लिए सुनिश्चित किया गया हैं। जो विद्यार्थी बचपन से ही बिज़नेस करने या enterpreneur बनने में दिलचस्पी रखते हैं उनके किये BBA सबसे बेहतर व कारगर विकल्प हैं। हालांकि, 12वी के बाद स्नातक पाठ्यक्रम श्रेणी में अन्य बहुत से विलक हैं जैसे BA,Bsc,BCom आदि परंतु BBA business administration को मजबूत बनाने का सर्वोत्तम विकल्प हैं।
BBA क्या हैं इससे हम क्या समझते हैं?
BBA एक तीन वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम हैं जिसके अंतर्गत बिज़नेस से रिलेटेड वे सभी विषयों का अध्यन किया जाता हैं जिनके फलस्वरूप एक बेहतर बिज़नेस की शरुआत की जा सके। BBA के अंतर्गत हमे किसी भी business में एंट्री करनी की दिशा मिलती हैं जिसके चलते भविष्य में कोई भी विद्यार्थी अपनी कला व प्रीतिस्पर्धा का पूर्ण रूप से उपयोग कर अपने भविष्य का निर्माण कर सके।
BBA पाठ्यक्रम कितने वर्ष का होता हैं?
BBA पाठ्यक्रम सामान्यतः तीन वर्ष का होता हैं जिसको 6 सेमेस्टर में विभाजित किया गया हैं। प्रत्येक सेमेस्टर की परीक्षा देनी होती हैं जिसके अंतर्गत अलग अलग विषयो का अध्यन करने होता हैं। स्नातक डिग्री सम्पन्न करने के बाद विद्यार्थी के लिए मास्टर डिग्री करने का विकल्प होता हैं जिसे MBA के नाम से जाना जाता हैं। इसमे मास्टर डिग्री कर एक बेहतर जॉब की opportunity सुनिश्चित हो जाती हैं।
अन्य स्नातक डिग्री के समान BBA पाठ्यक्रम की अवधि भी तीन वर्ष की होती हैं। ओर यूनिवर्सिटी के निर्देशानुसार इसको छह वर्गो में विभाजित किया गया हैं।
BBA के अंतर्गत विषयो की सूची
जैसा की हमने ऊपर वर्णन किया हैं कि BBA को 6 सेमेस्टर में विभाजित किया गया हैं ठीक उसी प्रकार इसमे पढाये जाने वाले विषयो को भी अलग अलग किया गया हैं। BBA के अंतर्गत आने वाले कुछ महत्वपूर्ण विषयों की सूची इस प्रकार हैं।
- Business English
- Principle of microeconomics
- Principle of macroeconomic
- Logic & critical thinking
- Introduction to Indian Business Environment
BBA से कैरियर के क्या विकल्प हैं?
जैसा की हम पहले बता चुके हैं कि BBA बिज़नेस वर्ल्ड में दाखिल होने की प्रथम सीडी हैं अथार्त इसके अंतर्गत कैरियर के बेहतर विकल्प हैं। BBA के अंतर्गत आने वाले निम्न कैरियर विकल्प इस प्रकार नीचे दिए गए हैं।
Accounting
Finance
International Business
Digital Marketing
Affiliate Marketing
इसके अलावा सबसे महत्वपूर्ण बिंदु विद्यार्थी का communication level बेहतर होना चाहिए। Business को आगे की ओर बढ़ाने व बेहतर बनाने के किये communication का अधिक महत्व हैं। जिसके लिए अंग्रेजी व हिंदी भाषा पर सटीक पकड़ होनी आवश्यक हैं। इसके अलावा मास्टर डिग्री करने के बाद CAT एग्जाम देने का बेहतर विकल्प भी होता हैं जिसको सफल करने के बाद बड़ी बड़ी कंपनियों में जॉब के बेहतर विकल्प हैं।
BBA में एडमिशन के लिए क्या प्रणाली हैं?
अन्य स्नातक पाठ्यक्रम में दाखिला लेने हेतु जिन बिन्दुओ का पालन करना होता हैं वही समान criteria BBA में होता हैं। BBA एडमिशन हेतु कुछ प्रमुख बातें इस प्रकार हैं।
अभ्यार्थी के 12वी में न्यूतम 55% अंक होने अनिवार्य हैं।
अभ्यार्थी की अन्य विषय मे कोई बैक लोग न हो।
यूनिवर्सिटी की ऑफिसियल वेबसाइट से पंजीकरण होना अनिवार्य हैं।
इसके अलावा विद्यार्थी अपनी निजी चॉइस के अनुसार भी कॉलेज का चयन कर सकते हैं। अगर बात करे BBA की फीस की तो इसकी फीस अन्य स्नातक ग्रेजुएट डिग्री से थोड़ी ज्यादा हैं। प्राइवेट कॉलेज में दाखिला लेने के उपरांत सेमेस्टर फीस के साथ साथ एग्जाम फीस के लिए अलग से डिमांड draft DD की आवश्यकता होती हैं।
तो आज के इस आर्टिकल के माध्यम से हमने जाना कि BBA की क्या फुल्लफॉर्म होती हैं व इससे कैरियर के क्या क्या विकल्प हैं।